यह कैसी विडम्बना है कि आधुनिकता और विकास की कई मंजिलें पार करने के बाद भी सदियों से चली आ रही सिर पर मैला ढोने की अमानवीय प्रथा आज भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हो पाई है। कानूनी प्रावधान होने के बावजूद भी समाज के दलित वर्ग को सदियों से इस बात के लिए […]
35 (Gound pariwar) गोंड़ परिवार की कहानी साहब सिंह भलावी की जुवानी
35 (Gound pariwar) सबका साथ, सबका विश्वास-आजीविका संग सतत् विकास सिवनी जिले के छपारा विकास खण्ड के सोठावाड़ी गाँव में 35 गोंड़ परिवार निवास करते हैं। सिंचाई की सुविधाओं के अभाव में यहाँ खेती लाभदायक नहीं है। जिससे खेती करके वे अधिक से अधिक उपज निकाला करते है। गरीब होने के नाते ये लोग खेती […]
जैन मत के अनुसार अहिंसा भाव
अहिंसा से तात्पर्य है अन्य जीवों की हिंसा का वर्जन जैन दर्शन के जीव संबंधी विचारों में हम यह स्पष्ट कर चुके हैं कि जैन दर्शनकार गतिशील द्रवों के अतिरिक्त स्थावर द्रव्यों में जीव को मानते हैं अतः जैन मत के अनुसार केवल ज्ञान जीवों के प्रति अहिंसा भाव ही अहिंसा नहीं अपितु स्थावर जीवों […]
गौतम बुध अष्टांग मार्ग (Bagman Goutam Buddha Ashtang Marg)
अष्टांग मार्ग या अष्टांगिक मार्गसम्यक् दृष्टिसम्यक् संकल्पसम्यक् वाक्सम्यक् कर्मान्तसम्यक् आजीवसम्यक् व्यायामसम्यक् स्मृतिसम्यक् समाधि इन्हें भी देखे भारत के महान सम्राट चन्द्र गुप्त मौर्य, मौर्यवंश के संस्थापक इतिहास का सबसे बड़ा भारतीय साम्राज्य एक महान योद्धा सम्राट अशोक महान राजपूत योद्धा पृथ्वीराज चौहान महान गौंड राज्य की महारानी वीरांगना रानी दुर्गावती महाराणा प्रताप भारत की धरती का […]
भूतनाथ से रूपनाथ कैसे बने भगमान शिव शंकर | Bhuthnath se Roopnath Kaise Bane bhagman Shiv Shankar Story
Bhuthnath se Roopnath : बहुत प्राचीन काल की बात है, जब भगवान शिव शंकर पूरे विश्व में भूतनाथ के नाम से जाने जाते थे। सभी लोग कहते हैं कालों के काल महाकाल है और भूतों के भूत भूतनाथ महादेव हैं, देवों के देव (देवादी देव) महादेव जिनका विराट रूप इतना विराट है, की सम्पूर्ण विश्व […]
महाराणा प्रताप भारत की धरती का वीरपुत्र जिसने कभी समझौता नहीं किया | Maharana Pratap
महाराणा प्रताप भरत की धरती का वीरपुत्र जिसने कभी समझौता नहीं किया। आज भी राजस्थान की धरती पर वीर महान राजा महाराणा प्रताप सिंह का जन्म 9 मई 1540 को उदयपुर, मेवाड़ में शिशोदिया राजवंश में हुआ। उनकी मृत्यु 19 जनवरी 1597 को मेवाड़ में हुई। उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ़ प्रण के […]
मन , बुद्धि और कर्म को जगाने का माध्यम हैं योग
मन , बुद्धि और कर्म को जगाने का माध्यम हैं योग। आज हमारे जीवन में कभी अपना ही हम भारतीयों ने आज पूरी दुनिया को योग का महत्व समझाया है कैसे हमारे भौतिक जीवन में योग का एक अपना ही महत्व लोगों का एक अपना नजरिया है। देखा जाए तो योग को अब 2 तरीकों […]
सुरेन्द्र सिंह चौहान मोहद जिसने अपने गाँव के विकास में अपना अहम् योगदान दिया
सुरेन्द्र सिंह चौहान मोहद जिसने अपने गाँव के विकास में अपना अहम् योगदान दिया जो ग्राम पंचायत के सफल मुखिया की सच्ची प्रेरक कहानी हैं । ये कहानी हैं , एक छोटे से गाँव मोहद की जो नरसिंहपुर जिला मध्यप्रदेश स्थित हैं। यह गाँव भी भारत के अन्य गाँवों के समान ही था, जहाँ पर […]
क्या आपकों पता हैं वीरांगना रानी अवंतिबाई लोधी का बलिदान (Veerangna Rani Avantibai Lodhi)
ऐसे बहुत ही काम लोग हे जिन्हें रानी अवंतिबाई लोधी के बारे में पता है रानी अवंतिबाई लोधी का देश को आजादी दिलाने बहुत बड़ा हाथ है 1817 से 1851 तक रामगढ़ के राजा लक्ष्मण सिहं थे। अवंतिबाई लोधी का जन्म 16 अगस्त 1831 में रामगढ़ के गरीब परिवार में हुआ था। अवंतिबाई बचपन से […]
मरते दम तक लड़ती रही झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई 1857
मरतेदम तक लड़ती रही झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई 1857 की क्रांति की वीर गाथा “बुंदेलों हर बोलों के मुंह हमने सुने कहानी थी, खुब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।” सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता सुन कर आज भी मेरे वदन के रोम वीर और करुण रस से खडें हो जातें हैं। झाँसी […]