जीवन

Mohan Das Karmchandra Gandhi

महात्मा गाँधी के अनुसार अहिंसा की अवधारणा

“अहिंसा का अर्थ केवल ऋषियों और सन्तों के लिए ही नहीं है, सामान्यलोगों को भी इस धर्म का पालन करना चाहिए ।” महात्मा गाँधी “अहिंसा” शब्द निषेधात्मक ‘अ’ उपसर्ग से आरंभ होता है। जिसका अर्थ हुआ, दूसरे प्राणियों की हानि और हत्या न करना, किन्तु गाँधी जी अहिंसा के शाब्दिक अर्थ से कहीं आगे बढ़ […]

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Shri Uma Shaktipeeth Vrindavan Uttar Pradesh : श्री उमा शक्तिपीठ वृन्दावन उत्तरप्रदेश

Shri Uma Shaktipeeth Vrindavan Uttar Pradesh : उत्तरप्रदेश में माता सती का अद्भुद और चमत्कारी मंदिर है जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से लोग आते है और माता सती के दर्शन करके आपना जीवन सफल बनाते है माता सती का उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के वृंदावन तहसील में माता सती का बहुत ही

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Devagabhi Shaktipeeth West-Bengal : देवागभी शक्तिपीठ पश्चिम-बंगाल

Devagabhi Shaktipeeth West-Bengal : पश्चिम बंगाल में माता सती की देवगर्भा के रूप में पूजा जाता है पश्चिम बंगाल में माता सती का बहुत प्राचीन मंदिर है जो बहुत ही विशाल है जिसे देखना बहुत ही शुभ माना जाता है। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले से लगभाग 10 किमी उत्तर-पूर्व में कोप्पई नदी के तट

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Sri saila Shaktipeeth Bangladesh : श्री शैल शक्तिपीठ बांग्लादेश

Sri saila Shaktipeeth Bangladesh : श्री शैल शक्तिपीठ का बहुत ही प्राचीन मंदिर है जो बहुत ही पुराना माना जाता है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है। यह बांग्लादेश में सिल्हैट जिले के उत्तर-पूर्व में जॉइनपुर गांव के पास शैल नामक स्थान पर श्रीशैल शक्तिपीठ है। हिन्दू पुराणिक कथा के अनुसार यह

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Mahatma Ayankali

सामाजिक भेदभाव के प्रति समता की आवाज उठाने वाले महात्मा अय्यंकाली

सामाजिक भेदभाव के प्रति समता की आवाज उठाने वाले संत महात्मा अय्यंकाली जिनका संदेश था कठिन से कठिन परिस्थितियों में प्रयास से सामाजिक परिवर्तन संभव है। महात्मा अय्यंकाली दक्षिणी त्रावणकोर राज्य, जो आज समय में केरल का दक्षिण भाग है। आज से करीब 125 वर्ष पहले की बात है। उस समय यह राज्य छुआ-छूत (अस्पृश्यता)

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ela Bhatt

महिला कामगारों की आजीविका के आधार पर रोजगार सृजन में सहयोग इला भट्ट

पूरा देश इला भट्ट को रोजगार सृजन, विशेषकर महिलाओं के रोजगार को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से नेतृत्वकर्ता के रूप में देखता है। उन्होंने 1972 में स्वयंसेवी संस्था सेवा (Self Employed Women Association) की स्थापना कर महिलाओं को संगठित कर स्वरोजगार प्रारम्भ करने और उसकी उचित मार्केटिंग द्वारा अच्छा मूल्य कमाने के विकल्प को प्रस्तुत

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Sunder Lal Bahuguna and Chandi Prasad Bhatt

पर्यावरण संरक्षण चिपको आंदोलन चंडी प्रसाद भट्ट और सुन्दरलाल बहुगुणा

23 जून 1934 में जन्मे थंडी प्रसाद भट्ट मूलरूप से गांधीवादी और पर्यावरणवादी चिंतक हैं, जिन्होंने अपने प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण की मिसाल कायम की। उनके साथ उनके सहयोगी सुन्दरलाल बहुगुणा ने मिलकर सरकार को पूरे देश में पर्यावरण के प्रति चेतना विकसित करने के लिए प्रेरित और अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए

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Mother Teresa

सेवा और प्रेम की प्रतिमूर्ति संत मदर टेरेसा

पीड़ित मानवता की सेवा ही ईश्वर सेवा है, करुणा और सेवा की साकार मूर्ति मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को यूगोस्लाविया में हुआ। वे 1929 में यूगोस्लाविया से भारत आई और कोलकता को केन्द्र मानकर अपनी गतिविधियाँ शुरू की। जिस आत्मीयता से उन्होंने भारत के दीन-दुखियों की सेवा की उसके लिए देश सदैव

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Malala Yousafzai

जान की बाजी लगाकर स्त्री शिक्षा के लिए संघर्ष – मलाला युसुफजई (Malala Yousafzai)

सकारात्मक परिवर्तन के अंतर्राष्ट्रीय उदाहरण जान की बाजी लगाकर स्त्री शिक्षा के लिए संघर्ष – मलाला युसुफजई मलाला युसुफजई (जन्म 12 जुलाई 1997) स्त्री शिक्षा के लिए आतंकवाद के खिलाफ न झुकने के लिए अपनी जान की बाजी लगाकर पूरे विश्व में संघर्ष और सकारात्मकता का एक प्रतीक बन गयी है। मलाला का जन्म पाकिस्तान

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Kailash Satyarthi

स्थानीय संघर्षो से बनता है विश्वस्तरीय अभियान कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi)

स्थानीय संघर्षो से बनता है विश्वस्तरीय अभियान कैलाश सत्यार्थी Kailash Satyarthi मध्यप्रदेश के विकास के मार्ग में अनेक चुनौतियाँ है जिसमें से एक बाल श्रम भी है। जिसके शिकार मासूम बच्चे स्तरीय जीवन से तो दचित होते ही हैं. पढ़ने लिखने का अधिकार खोकर भविष्य के अवसर भी गवाँ देते हैं। बाल श्रम के खिलाफ

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