mata kushmanda 2022 : नवरात्र का चौथा दिन माता कूष्मांडा की पूजा इस मंत्र से करने पर होगी हर कष्टों का निवारण
“”या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥“”
नवरात्रि का चौथा दिन माता के चतुर्थ स्वरूप कूष्मांडा का दिन है। इस दिन कष्ट निवारण माता की पूजा की जाती है। माता कूष्मांडा मानव के हर कष्टों का निवारण करती है। मां कूष्मांडा देवी को प्रसन्न करने के लिए आपकों पूजा-पाठ से अधिक माता के प्रति एकाग्र मन से माता का स्मरण करना होगा, साथ ही समर्पित भाव से ध्यान लगाना होगा ।
आज माँ कूष्मांडा की पूजा अर्चना पूजा की जाती है। कर्म और विद्या से जो ज्ञान मिलेगा वह आपके ही पास रहेगा। माता कूष्मांडा का प्रिय रंग हरा और पीला है। इसलिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। सारे संसार की रक्षा करती हैं मां कूष्मांडा अपने भक्तों के दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों ताप से युक्त मां कुष्मांडा के उदर में सम्पूर्ण जगत वास करता है।
भक्तों को इन तीनों तापों से मुक्ति के लिए मां की आराधना ही एक जरिया माना गया है।