हर वर्ष 18 सितम्बर को गौंड राजवंश के महानायक,1857 की क्रांति में अहम् भूमिका अदा करने वाले राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस के रूप में पूजा जाता है।
इतिहास
राजा शंकर शाह से जुडी इतिहासिक जानकारियां
गौंड राजा सुमेर शाह की रानी ने 1789 में शंकर शाह को जन्म दिया। उस समय राजा सुमेर सिंह को मराठों ने बंदी बनाकर सागर के किले में कैद कर रखा था। रानी बेटे शंकर शाह को साथ लेकर राजधानी गढ़ा पुरवा में आकर रहने लगी थीं।राजा शंकर शाह जंगल में बांस को छीलकर नुकीले […]
गाँधी जी के अनुसार हिंसा पशुबल है, और अहिंसा आत्मबल
गाँधी जी के अनुसार मनुष्य में जहां एक ओर पशुबल है, वहीं दूसरी ओर में आत्मबल भी है। पशुबल मनुष्य की हिंसात्मक वृत्ति की ओर संकेत करता है, जो मानव सत्ता का आधार है। गाँधी जी कहते हैं, कि हम सब मौलिक रूप से कदाचित् पशु थे, किन्तु विकास प्रक्रिया में मनुष्य बन गए हैं। […]
महात्मा गांधी के अनुसार सत्य एवं ईश्वर की अवधारणा
सत् के वास्तविक अर्थ को समझने के लिये इसके शाब्दिक स्वरूप को समझना आवश्यक है। सत् को अंग्रेजी में राईट (Right) कहा जाता है। जिसकी व्युतपप्ति लेटिन के रेक्टस (Rectus) शब्द से हुई है। ऐक्टस शब्द का अर्थ है नियमानुसार इस प्रकार सत् शब्द का शब्दार्थ हुआ नियमानुसार शब्दिक अर्थ के आधार पर हम सत् […]
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी पैगम्बर भी थे और राजनीतिज्ञ भी उन्होंने राजनीति को धर्म से कभी अलग नहीं माना और सत्य, अहिंसा तथा सत्याग्रह के साधनों से भारत के राष्ट्रीय स्वाधीनता संग्राम का संचालन किया। ब्रिटिश राज्य के विरुद्ध उनके रोषपूर्ण विद्रोह में भी उनकी गहरी नैतिक भावना ही निहित थी. उनके नेतृत्व में राष्ट्र एक विराट […]
महान गौंड राज्य की महारानी वीरांगना रानी दुर्गावती | Gound Samrgni Vreeyangna Rani DurgaVati Jabalpur
Rani DurgaVati Jabalpur : मुग़ल सम्राट अकबर की सेना में जिसने खौफ और डर पैदा कर रखा था, साथ ही बुंदेलखंड के राजाओं का विस्तार वादी सेना को कभी गौंड राज्य की सीमा में घुसने ही नहीं दिया वो गौंड महारानी वीरांगना रानी दुर्गावती थी जिनकी सेना में अफगान लडके भी तैनात थे गौंड राज्य […]
भारत का राबिन हुड टंटया भील Tantya Bhil
भारत के राबिन हुड कहे जाने बाले टंटया भील का जन्म मध्यप्रदेश के वर्तमान जिले खंडवा की तहसील पंधाना के बडदा ग्राम में 1842 में हुआ था टंटया भील के पिता का नाम भाऊ सिंह था इनका वास्तविक नाम तांतिया था क्यूंकि यह वचपन में बिल्कुल पतले थे जिस कारण से इन्हें टंटया कहकर बुलाने […]
भारत की आजादी के इतिहास के पन्नों से गुम आदिवासियों का योगदान भागवान विरसा मुंडा (Birsa Munda)
भारत की इतिहास की आजादी में लेख कौन है आदिवासियों के साथ ऐसी बेईमानी की कि उनके एक योगदान के लिए एक लाइन तक नहीं लिख सके। आजादी के साथ में वह महान वीर नायक जिस का योगदान आदिवासी इतिहास के लिए नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष के लिए भी महान था बहुत ही कम उम्र […]
Thakur Kundan Singh : ठाकुर कुन्दन सिंह अमर शहीद वीर
राजा साहब ठाकुर कुन्दन सिंह और अमर शहीद लक्ष्मण सिंह : नारायणपुर स्टेट( बघराजी कुंडम जबलपुर का इतिहास) सन् 1857 की क्रांति, मदर या प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नाम से मशहूर है। जिसमें हिन्दुस्तान के अधिकांश राजा रजवाड़े ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह कर विदेशी शासन का खात्मा करने के लिए अंग्रेजों को हलाकान कर […]
सामाजिक भेदभाव के प्रति समता की आवाज उठाने वाले महात्मा अय्यंकाली
सामाजिक भेदभाव के प्रति समता की आवाज उठाने वाले संत महात्मा अय्यंकाली जिनका संदेश था कठिन से कठिन परिस्थितियों में प्रयास से सामाजिक परिवर्तन संभव है। महात्मा अय्यंकाली दक्षिणी त्रावणकोर राज्य, जो आज समय में केरल का दक्षिण भाग है। आज से करीब 125 वर्ष पहले की बात है। उस समय यह राज्य छुआ-छूत (अस्पृश्यता) […]