भारतीय सभ्यता का इतिहास बहुत ही प्राचीन है साथ ही भारतीय दर्शन में सत्य और अहिंसा का महत्त्व (indian philosophy truth and no-nviolence)। ज्ञान के प्रत्येक क्षेत्र में भारतीयों की प्राचीनकालीन प्रगति के चिन्ह मिलते है। दर्शन ओर धर्म के क्षेत्र में तो प्राचीन काल में इनका पूर्ण विकास हो चुका था। पारम्परिक भारतीय चिन्तन में सत्य एवं अहिंसा विषयक चिन्तन भारतीय दर्शन में सत्य और अहिंसा का महत्त्व (indian philosophy truth and non-violence)।
Maa Narayani Suchindram Shakti Peetha : माना जाता है की तमिलनाडु के कन्याकुमारी-तिरुवनंतपुरम मार्ग पर शुचितीर्थम शिव जी का बहुत ही पवित्र मंदिर है, जहां पर माता सती के ऊपरी दांत (ऊर्ध्वदंत) गिरे थे। इस मंदिर की बनाबट अलग ही प्रकार की है जो तमिलनाडु में स्थित अति सुन्दर मंदिर है। यहाँ पर लोग माता […]
हमारे भारतीय दर्शन में अहिंसा पे कुछ श्लोक मिलते हैं जो प्राचीन के साथ-साथ महत्वपूर्ण और विशेष सारगर्मित हैं। “जो मनुष्य किसी को राक्षव भाव से नष्ट करना चहता है, वह स्वयं अपने कर्मों से नष्ट हो जाता है।” – ऋग्वेद “आप अपने शरीर से किसी को पीड़ित न करें।” – यजुर्वेद “अहिंसा परम धर्म […]