Red Section Separator

18 September 2022

1857 की क्रांति के गौंड साम्राज्य के महानायक राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह का बलिदान  दिवस 

Cream Section Separator

1857 की क्रांति में   गौंड राजाओं द्वारा दिए  गये बलिदान की गाथा 

Red Section Separator

गौड़वाना राज्य के महान राजा 

1857 की क्रांति में संस्कारधानी जबलपुर का इतिहास 

Red Section Separator
Red Section Separator

गोंडवाना साम्राज्य  के राजा 

1857 में अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का बुगल फुकने वाले  

राजा शंकर शाह

Red Section Separator
Red Section Separator

राजा शंकर शाह के  पुत्र क्रांतिवीर जिन्होंने मातृभूमि का स्वाभिमान सर्वोपरि रखा 

कुंवर रघुनाथ शाह

Red Section Separator
Red Section Separator

 राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह 165वें बलिदान दिवस पर संस्कारधानी जबलपुर में राष्ट्रपति जी का आगमन   

165वें बलिदान दिवस

18 सितम्बर  2022

Off-white Location
Cream Section Separator
Red Section Separator

राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह बहुत अच्छे कवि भी थेवह अपनी ओजपूर्ण कविताओं के माध्यम से लोगों में क्रांति की आग भरते थे  

Red Section Separator

राजा शंकर शाह के की अध्यक्षता में गढ़ा पुरवा में एक बैठक हुई जिसमे रानी अवंतीबाई बाई लोधी , आसपास के जमीदार ,नारायणपुर स्टेट के राजा ठाकुर कुंदन सिंह शामिल थे

Arrow
Off-white Location

महल के गद्दारों से अंग्रेजों को राजा शंकर शाह की रणनीति का पता लग गया।  जिससे अंग्रेजों ने उन्हें धोके से बंदी बना लिया और तोप के मुहं से बंधकर राजा साहव और कुंवर रघुनाथ शाह को उड़ा दिया। 

राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान से लोगों में क्रांति की ज्वाला भड़क उठी और लोगों ने अंग्रेजो से विद्रोह कर दिया और अंग्रेजों की कई चौंकियां तवाह कर दी।

1857 की क्रांति में महानायक राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह ने मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों को उत्सर्ग कर दिया। यह हमेशा भारत के नवयुवकों और वीरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे।    

धर्मेन्द्र सिंह 

Cream Section Separator
Cream Section Separator
Cream Section Separator
Cream Section Separator

आकाश सिंह 

अभिषेक सिंह 

धर्मेन्द्र सिंह 

संपादक 

संस्थापक

लेखक 

अमर शहीद ठाकुर कुंदन सिंह मेरे पूर्वज हैं 

अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए आदिवासियों के वलिदान का गौरव लेख 

मुझे गर्व है की मैं आदिवासी समुदाय से हूँ